Turmeric To Ashwagandha And Green Tea | जड़ी-बूटियों के छिपे हुए फायदे और संभावित नुकसान

आज के समय में लोग स्वास्थ्य के प्रति पहले से कहीं अधिक जागरूक हो चुके हैं। फिटनेस, इम्यूनिटी और मानसिक स्वास्थ्य को बेहतर बनाए रखने के लिए हर्बल सप्लीमेंट्स (Herbal Supplements) का सेवन एक आम बात बन चुकी है। खासतौर पर Turmeric To Ashwagandha And Green Tea जैसे नेचुरल इंग्रेडिएंट्स ने दुनियाभर में लोकप्रियता हासिल की है। आयुर्वेद में इनका उपयोग सदियों से हो रहा है, लेकिन हाल ही में हुई रिसर्च ने इनके सेवन से जुड़ी कुछ चिंताजनक बातें भी उजागर की हैं।
नए अध्ययन के अनुसार, कई हर्बल और डाइटरी सप्लीमेंट्स ऐसे तत्वों से भरपूर होते हैं जो लंबे समय तक और बिना सही जानकारी के सेवन करने पर लिवर को नुकसान पहुंचा सकते हैं। इस आर्टिकल में हम Turmeric To Ashwagandha And Green Tea सहित छह प्रमुख हर्बल सप्लीमेंट्स के लाभ और संभावित खतरे दोनों को विस्तार से समझेंगे।
Turmeric To Ashwagandha And Green Tea – क्या हैं ये और क्यों हैं लोकप्रिय?
हल्दी (Turmeric) और इसके लाभ

हल्दी भारतीय रसोई का एक अभिन्न हिस्सा है। इसमें मौजूद करक्यूमिन (Curcumin) एक शक्तिशाली एंटीऑक्सीडेंट और एंटी-इंफ्लेमेटरी तत्व है।
मुख्य फायदे:
- जोड़ों के दर्द में राहत
- इम्यूनिटी को बढ़ाना
- त्वचा की चमक में सुधार
- पाचन तंत्र को मजबूत बनाना
हालांकि, अत्यधिक मात्रा में Turmeric का सेवन, खासकर सप्लीमेंट फॉर्म में, लिवर पर दबाव डाल सकता है और उसकी कार्यक्षमता को प्रभावित कर सकता है।
अश्वगंधा (Ashwagandha) और इसके लाभ

अश्वगंधा को ‘इंडियन जिनसेंग’ भी कहा जाता है। यह तनाव कम करने और मानसिक स्वास्थ्य को सुधारने में बेहद असरदार है।
मुख्य फायदे:
- कोर्टिसोल लेवल कम करता है
- ऊर्जा और स्टैमिना बढ़ाता है
- नींद की गुणवत्ता में सुधार
- पुरुष प्रजनन क्षमता को बढ़ावा
लेकिन रिसर्च के मुताबिक, लंबे समय तक उच्च मात्रा में Ashwagandha का सेवन लिवर फंक्शन को प्रभावित कर सकता है।
ग्रीन टी (Green Tea) और इसके लाभ

ग्रीन टी को वजन घटाने और मेटाबॉलिज्म बढ़ाने के लिए सबसे बेहतरीन पेय माना जाता है। इसमें कैटेचिन्स (Catechins) होते हैं जो शरीर से फ्री रेडिकल्स को खत्म करते हैं।
मुख्य फायदे:
- फैट बर्निंग में मदद
- हृदय स्वास्थ्य में सुधार
- डायबिटीज कंट्रोल
- मस्तिष्क की कार्यक्षमता में सुधार
हालांकि, Green Tea Extract का सप्लीमेंट फॉर्म, खासकर ज्यादा डोज में, लिवर के लिए हानिकारक साबित हो सकता है।
लिवर पर हर्बल सप्लीमेंट्स का असर
रिसर्च में क्या पाया गया?
Journal of the American Medical Association (JAMA) में प्रकाशित एक अध्ययन में यह खुलासा हुआ कि अमेरिका में करीब 1.5 करोड़ लोग नियमित रूप से ऐसे हर्बल और डाइटरी सप्लीमेंट्स का सेवन करते हैं, जिनमें लिवर को नुकसान पहुंचाने वाले तत्व मौजूद हो सकते हैं।
इस अध्ययन में Turmeric To Ashwagandha And Green Tea, Garcinia cambogia, black cohosh, और red yeast rice को सबसे ज्यादा रिपोर्ट किए गए हेपाटोटॉक्सिक (लिवर के लिए हानिकारक) बॉटनिकल्स में शामिल किया गया।
सप्लीमेंट लेबलिंग की सच्चाई
रिसर्च के अनुसार, लगभग 50% सप्लीमेंट्स में लेबल पर दी गई जानकारी और वास्तविक सामग्री में अंतर पाया गया। यानी उपभोक्ता जो सोचकर सप्लीमेंट खरीदते हैं, वह हमेशा सही नहीं होता।
समस्या:
- गलत डोज जानकारी
- मिलावट और अतिरिक्त तत्व
- अनजाने में अधिक सेवन
Turmeric To Ashwagandha And Green Tea – सही सेवन का तरीका
हेल्थ एक्सपर्ट्स की सलाह
- हर्बल सप्लीमेंट लेने से पहले डॉक्टर से परामर्श लें।
- लेबल को ध्यान से पढ़ें और भरोसेमंद ब्रांड ही चुनें।
- अगर लिवर संबंधी कोई समस्या है, तो इनका सेवन सीमित मात्रा में करें।
- प्राकृतिक रूप में सेवन को प्राथमिकता दें, जैसे हल्दी दूध, हर्बल चाय, आदि।
सुरक्षित डोज की जानकारी
- Turmeric: दिन में 500-1000 mg से अधिक नहीं
- Ashwagandha: 300-500 mg दिन में
- Green Tea Extract: 250-500 mg दिन में
इन सीमाओं से अधिक सेवन करने पर लिवर पर दबाव बढ़ सकता है।
allwellhealthorganic की राय
allwellhealthorganic टीम के अनुसार, नेचुरल इंग्रेडिएंट्स के लाभ undeniable हैं, लेकिन उनका सही और सीमित उपयोग ही आपको लंबे समय तक हेल्दी रख सकता है। किसी भी सप्लीमेंट को ‘सिर्फ हर्बल है तो हानिरहित है’ मानना गलत है।
निष्कर्ष
Turmeric To Ashwagandha And Green Tea जैसे हर्बल सप्लीमेंट्स के फायदे कई हैं – इम्यूनिटी बूस्ट, मानसिक स्वास्थ्य सुधार, वजन नियंत्रण, आदि। लेकिन इनके संभावित खतरों को नजरअंदाज करना सही नहीं। गलत डोज, खराब क्वालिटी या मिलावटी प्रोडक्ट्स का सेवन आपके लिवर के लिए हानिकारक हो सकता है। सही जानकारी, विशेषज्ञ की सलाह और सीमित सेवन से ही आप इनके अधिकतम फायदे उठा सकते हैं और संभावित खतरों से बच सकते हैं।
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Turmeric To Ashwagandha And Green Tea से जुड़ी आम प्रश्नोत्तरी
Q1. क्या Turmeric To Ashwagandha And Green Tea का सेवन रोज़ाना किया जा सकता है?
जी हाँ, लेकिन सही मात्रा और विशेषज्ञ की सलाह के साथ। लंबे समय तक अधिक डोज़ में सेवन करने से लिवर पर असर पड़ सकता है, खासकर यदि आप सप्लीमेंट फॉर्म में ले रहे हैं।
Q2. क्या ये तीनों एक साथ लेने से स्वास्थ्य पर ज्यादा असर होता है?
यदि डॉक्टर ने सलाह दी है और डोज़ नियंत्रित है, तो इन्हें एक साथ लेना संभव है। लेकिन तीनों को सप्लीमेंट फॉर्म में उच्च मात्रा में लेना लिवर पर दबाव डाल सकता है, इसलिए संतुलित सेवन जरूरी है।
Q3. Turmeric To Ashwagandha And Green Tea का सेवन किन लोगों को नहीं करना चाहिए?
- गर्भवती और स्तनपान कराने वाली महिलाएं
- लिवर या किडनी की समस्या वाले लोग
- जो लोग ब्लड थिनर दवाएं ले रहे हैं
इन लोगों को बिना डॉक्टर की सलाह के इनका सेवन नहीं करना चाहिए।
Q4. क्या ग्रीन टी का अधिक सेवन भी हानिकारक है?
जी हाँ, खासकर ग्रीन टी एक्सट्रैक्ट सप्लीमेंट का अधिक सेवन लिवर को नुकसान पहुंचा सकता है। सामान्य चाय की 2-3 कप मात्रा सुरक्षित मानी जाती है, लेकिन सप्लीमेंट डोज़ नियंत्रित रहनी चाहिए।
Q5. allwellhealthorganic इस विषय पर क्या सलाह देता है?
allwellhealthorganic टीम का कहना है कि Turmeric To Ashwagandha And Green Tea के फायदे तभी मिलेंगे जब आप इन्हें सही स्रोत से खरीदें, लेबल ध्यान से पढ़ें और डोज़ नियंत्रित रखें। गलत तरीके से सेवन करने पर फायदे के बजाय नुकसान हो सकता है।
Disclaimer:
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