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Practice Anulom Vilom Breathing | शरीर और मन को संतुलित करने की शक्ति

प्राचीन योग की अद्भुत देन

योग भारत की हजारों वर्षों पुरानी परंपरा का हिस्सा है और इसके विभिन्न आसनों और प्राणायामों में से एक विशेष अभ्यास है – Practice Anulom Vilom Breathing। यह न केवल मानसिक शांति प्रदान करता है, बल्कि शरीर के आंतरिक तंत्रों को भी सशक्त बनाता है। इस लेख में हम विस्तार से जानेंगे कि Anulom Vilom क्या है, इसे कैसे करें, इसके वैज्ञानिक लाभ क्या हैं, और इसे करते समय किन बातों का ध्यान रखना चाहिए।

Table of Contents

अनुलोम विलोम क्या है?

Practice Anulom Vilom Breathing एक विशेष प्रकार का प्राणायाम है जिसमें व्यक्ति एक नासिका से साँस अंदर खींचता है और दूसरी नासिका से साँस बाहर छोड़ता है। इसे Alternate Nostril Breathing भी कहा जाता है। यह तकनीक शरीर के दोनों पक्षों को संतुलित करती है और मानसिक तनाव को कम करती है।

Practice Anulom Vilom Breathing की प्रक्रिया

कब और कहाँ करें?

  • इसे खाली पेट करना सबसे बेहतर होता है, भोजन के कम से कम 4 घंटे बाद।
  • शांत, स्वच्छ और हवादार जगह चुनें।
  • ध्यान मुद्रा में बैठें – जैसे पद्मासन या सुखासन।

स्टेप बाय स्टेप प्रक्रिया

  1. रीढ़ और गर्दन को सीधा रखते हुए आँखें बंद करें।
  2. दाहिने हाथ की मध्यमा और तर्जनी अंगुलियों को मोड़ लें।
  3. अंगूठे से दाहिनी नासिका बंद करें और बायीं नासिका से धीरे-धीरे गहरी सांस लें।
  4. अब बायीं नासिका को अनामिका से बंद करें और दाहिनी नासिका से सांस छोड़ें।
  5. प्रक्रिया को उल्टा दोहराएं – यानी दाहिनी नासिका से सांस लें और बायीं से छोड़ें।
  6. शुरुआत 1 से 2 मिनट से करें और धीरे-धीरे समय बढ़ाएं।

Practice Anulom Vilom Breathing के वैज्ञानिक लाभ

मानसिक स्वास्थ्य पर प्रभाव

  • तनाव, चिंता और अवसाद को कम करता है।
  • एकाग्रता और स्मरण शक्ति को बढ़ाता है।
  • भावनात्मक संतुलन को बनाए रखता है।

श्वसन तंत्र पर प्रभाव

  • फेफड़ों की क्षमता और सहनशक्ति बढ़ती है।
  • साइनस की समस्या (Rhinosinusitis) में राहत मिलती है।
  • साँस लेने की तकनीक में सुधार होता है।

हृदय स्वास्थ्य में योगदान

  • रक्तचाप को नियंत्रित करता है।
  • हृदयगति को सामान्य बनाता है।
  • कार्डियोवैस्कुलर सिस्टम की कार्यप्रणाली सुधरती है।

त्वचा और आंखों के लिए फायदेमंद

  • त्वचा में निखार आता है क्योंकि ऑक्सीजन की आपूर्ति बेहतर होती है।
  • आंखों को पर्याप्त ऑक्सीजन मिलती है, जिससे थकान कम होती है।

नियमित अभ्यास से मिलने वाले अन्य लाभ

  • धैर्य और आत्म-नियंत्रण में वृद्धि।
  • नींद की गुणवत्ता में सुधार।
  • नकारात्मक विचारों से मुक्ति।
  • शरीर में ऊर्जा और स्फूर्ति का संचार।

Practice Anulom Vilom Breathing के संभावित जोखिम

हालाँकि यह अभ्यास अधिकांश लोगों के लिए सुरक्षित है, लेकिन कुछ सावधानियाँ अपनाना ज़रूरी है:

  • शुरुआत में हल्के चक्कर या थकान हो सकती है।
  • उच्च रक्तचाप, अस्थमा या अन्य श्वसन संबंधी रोगों से पीड़ित व्यक्ति को चिकित्सक से परामर्श लेना चाहिए।
  • प्रेगनेंसी के दौरान अभ्यास योग शिक्षक की देखरेख में करें।

रिसर्च और अध्ययन

2017 का अध्ययन

एक अध्ययन में पेशेवर तैराकों ने Anulom Vilom सहित विभिन्न प्राणायाम तकनीकों का 30 मिनट तक अभ्यास 5 दिन प्रति सप्ताह किया। इससे उनकी फेफड़ों की क्षमता में उल्लेखनीय सुधार देखा गया।

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2013 का मेडिकल छात्र अध्ययन

इस अध्ययन में दो समूह बनाए गए – एक समूह ने Anulom Vilom और Bhastrika, जबकि दूसरे समूह ने सूर्य नमस्कार का अभ्यास किया। परिणामस्वरूप, प्राणायाम समूह में मानसिक स्पष्टता और चिंता में कमी पाई गई।

योग प्रशिक्षक की भूमिका

यदि आप शुरुआत कर रहे हैं, तो प्रशिक्षित योग शिक्षक की देखरेख में अभ्यास करना बेहतर रहेगा। सही तकनीक से अभ्यास करने से चोट की संभावना न के बराबर होती है।

गलतियाँ जो अक्सर लोग करते हैं

  • तेजी से सांस लेना
  • नासिकाओं को ज़्यादा जोर से बंद करना
  • अभ्यास के दौरान ध्यान विचलित होना

इनसे बचना जरूरी है, ताकि Practice Anulom Vilom Breathing का पूरा लाभ मिल सके।

निष्कर्ष – शांत मन और स्वस्थ शरीर की कुंजी

Practice Anulom Vilom Breathing केवल एक श्वसन अभ्यास नहीं, बल्कि जीवन को संतुलन, स्पष्टता और शांति प्रदान करने की विधा है। नियमित अभ्यास से व्यक्ति का न केवल शारीरिक स्वास्थ्य बेहतर होता है, बल्कि मानसिक और भावनात्मक स्थिति में भी सकारात्मक बदलाव आते हैं।

अक्सर पूछे जाने वाले प्रश्न (Practice Anulom Vilom Breathing)

क्या अनुलोम विलोम का कोई साइड इफेक्ट है?

उत्तर: यदि सही ढंग से किया जाए, तो कोई साइड इफेक्ट नहीं होता। शुरुआत में थोड़ी थकान हो सकती है।

दिन में कितनी बार करना चाहिए?

उत्तर: शुरुआत में दिन में एक बार 5-10 मिनट से शुरू करें। धीरे-धीरे समय बढ़ा सकते हैं।

क्या यह वजन घटाने में मदद करता है?

उत्तर: प्रत्यक्ष रूप से नहीं, लेकिन यह मेटाबोलिज़्म को सुधारता है जो वजन प्रबंधन में सहायक हो सकता है।

क्या बच्चों के लिए यह सुरक्षित है?

उत्तर: हां, लेकिन 7 साल से ऊपर के बच्चों को प्रशिक्षित व्यक्ति की देखरेख में कराना चाहिए।

क्या यह डायबिटीज में फायदेमंद है?

उत्तर: हां, यह तनाव को कम करता है जो डायबिटीज नियंत्रण में सहायक होता है। लेकिन चिकित्सक से परामर्श ज़रूरी है।

Disclaimer:
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