Ayurveda

Natural Relief For Kidney Stones | जानिए पथरी से छुटकारा पाने का आयुर्वेदिक उपाय

गुर्दे की पथरी (Kidney Stone) एक बेहद आम, लेकिन अत्यंत दर्दनाक समस्या है, जिससे लाखों लोग भारत ही नहीं, बल्कि पूरे विश्व में जूझ रहे हैं। यह समस्या तब उत्पन्न होती है जब कैल्शियम, ऑक्सालेट और अन्य खनिज पदार्थ मूत्र मार्ग में जमा होकर ठोस रूप ले लेते हैं। यदि समय रहते इसका इलाज न हो, तो यह दर्द, उल्टी, पेशाब में रुकावट जैसी समस्याओं को जन्म दे सकती है।

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हालांकि एलोपैथिक चिकित्सा में सर्जरी या दवाइयों से इसका इलाज संभव है, परंतु आयुर्वेद में Natural Relief For Kidney Stones के लिए कई प्रभावशाली विकल्प मौजूद हैं। इनमें सबसे प्रमुख नाम है — पथरचट्टा (Patharchatta)। इस लेख में हम विस्तार से जानेंगे कि पथरचट्टा क्या है, यह कैसे कार्य करता है, इसके क्या लाभ हैं, और इसका उपयोग किस प्रकार किया जाए।

पथरी क्या है? समझिए इसके कारण और लक्षण

पथरी बनने के प्रमुख कारण:

  1. पानी की कमी – पर्याप्त पानी न पीने से मूत्र गाढ़ा हो जाता है, जिससे खनिज एकत्र होकर पथरी का रूप ले लेते हैं।
  2. अधिक प्रोटीन व नमक का सेवन – अत्यधिक प्रोटीन, नमक और ऑक्सालेट युक्त आहार से पथरी बनने की संभावना बढ़ती है।
  3. शारीरिक निष्क्रियता – सक्रिय न रहने से कैल्शियम हड्डियों से निकलकर रक्त में घुल जाता है, जो पथरी बना सकता है।
  4. परिवार में पथरी का इतिहास – यदि आपके परिवार में किसी को पथरी रही हो, तो आपके लिए जोखिम अधिक होता है।

पथरी के आम लक्षण:

  • पीठ और पेट में असहनीय दर्द
  • पेशाब में जलन या खून आना
  • पेशाब रुक-रुक कर आना
  • मतली, उल्टी
  • बार-बार पेशाब लगना

यदि इनमें से कोई भी लक्षण नजर आ रहा है, तो डॉक्टर से परामर्श लेना आवश्यक है।

पथरचट्टा | आयुर्वेदिक चिकित्सा का चमत्कारी पौधा

पथरचट्टा (Patharchatta) को आयुर्वेद में पथरी के प्राकृतिक उपचार के रूप में वर्षों से प्रयोग किया जा रहा है। इसका वैज्ञानिक नाम Bryophyllum Pinnatum है। यह भारत के कई हिस्सों में पाया जाने वाला रसीला पौधा है, जिसकी पत्तियां मोटी, चिकनी और औषधीय गुणों से भरपूर होती हैं।

 पथरचट्टा के औषधीय गुण:

  • मूत्रवर्धक (Diuretic)
  • सूजनरोधी (Anti-inflammatory)
  • दर्दनिवारक (Analgesic)
  • विषनाशक (Detoxifying)
  • रोग प्रतिरोधक क्षमता बढ़ाने वाला

इन गुणों के कारण यह Natural Relief For Kidney Stones के लिए एक विश्वसनीय उपाय माना जाता है।

Natural Relief For Kidney Stones: पथरचट्टा का सेवन कैसे करें?

अब सवाल आता है कि पथरचट्टा का सेवन किस रूप में किया जाए ताकि पथरी से राहत मिले? यहां हम तीन प्रमुख तरीकों का वर्णन कर रहे हैं:

1. पथरचट्टा का रस

विधि:

  • 4 से 5 पत्तियों को अच्छी तरह धोकर पीस लें।
  • इसमें आधा गिलास पानी मिलाएं और छान लें।
  • यह रस सुबह खाली पेट और शाम को भोजन के दो घंटे बाद पिएं।

विशेष: अगर पेट में अधिक दर्द हो रहा हो, तो इसमें थोड़ा सोंठ (सूखा अदरक पाउडर) मिलाएं।

2. पथरचट्टा की पत्तियों को चबाना

विधि:

  • प्रतिदिन सुबह खाली पेट 2 पत्तियां लें।
  • इन्हें अच्छी तरह धोकर सीधे चबाएं।
  • इसके बाद गुनगुना पानी पीना लाभकारी होता है।

लाभ: छोटे कणों के रूप में पथरी धीरे-धीरे पेशाब के माध्यम से निकल जाती है।

3. पथरचट्टा का काढ़ा

विधि:

  • 5 से 6 पत्तियों को एक गिलास पानी में डालकर उबालें।
  • जब पानी आधा रह जाए, तो छानकर पी लें।
  • दिन में दो बार, सुबह और शाम इसका सेवन करें।

स्वाद बढ़ाने के लिए: इसमें थोड़ा सा शहद मिला सकते हैं।

पथरचट्टा से होने वाले चमत्कारी लाभ

1. पथरी के दर्द से त्वरित राहत

पथरचट्टा प्राकृतिक रूप से शरीर की सूजन और दर्द को कम करता है, विशेष रूप से पथरी के दौरान होने वाले दर्द को।

2. पेशाब में जलन और रुकावट से राहत

पथरचट्टा पेशाब में होने वाली जलन, रुकावट और बार-बार पेशाब आने की समस्या में भी असरकारक है।

3. किडनी डिटॉक्स करता है

इसके मूत्रवर्धक गुणों के कारण यह किडनी की सफाई करता है और विषैले तत्वों को बाहर निकालता है।

4. बार-बार पथरी बनने से बचाव

नियमित सेवन से यह भविष्य में पथरी बनने की संभावना को भी कम करता है।

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Natural Relief For Kidney Stones: अन्य घरेलू उपाय और जीवनशैली बदलाव

1. पर्याप्त मात्रा में पानी पिएं

हर दिन 3 से 4 लीटर पानी पीना चाहिए ताकि मूत्र पतला रहे और खनिज पदार्थ मूत्र में घुलकर बाहर निकल जाएं।

2. ऑक्सालेट युक्त खाद्य पदार्थों से दूरी बनाएं

पालक, चॉकलेट, नट्स, चाय, बीन्स जैसे खाद्य पदार्थों का सीमित सेवन करें।

3. नींबू पानी और नारियल पानी का सेवन

नींबू में साइट्रिक एसिड होता है, जो पथरी को घुलने में मदद करता है। नारियल पानी भी किडनी को साफ करता है।

4. संतुलित आहार और व्यायाम

प्रत्येक दिन 30 मिनट की शारीरिक गतिविधि और फल-सब्जियों का सेवन पथरी से बचाव करता है।

क्या पथरचट्टा सभी प्रकार की पथरी में असरकारी है?

हालांकि पथरचट्टा छोटे और मध्यम आकार की पथरी (5–7 mm) के लिए बहुत प्रभावी होता है, लेकिन बड़े आकार की पथरी (10 mm से अधिक) के लिए विशेषज्ञ की सलाह आवश्यक है।

किसे नहीं करना चाहिए पथरचट्टा का सेवन?

  • गर्भवती महिलाएं
  • स्तनपान कराने वाली महिलाएं
  • जो लोग ब्लड प्रेशर की दवा ले रहे हों
  • जिनको किसी हर्बल औषधि से एलर्जी हो

ऐसी स्थिति में डॉक्टर से परामर्श अवश्य लें।

विशेषज्ञों की राय: आयुर्वेद और मॉडर्न चिकित्सा का संतुलन जरूरी

Natural Relief For Kidney Stones के लिए आयुर्वेदिक उपाय उपयोगी हैं, लेकिन हर शरीर की प्रतिक्रिया अलग होती है। इसलिए यह आवश्यक है कि आप घरेलू उपायों को अपनाते समय नियमित जांच और चिकित्सकीय परामर्श लेते रहें।

निष्कर्ष | Natural Relief For Kidney Stones के लिए अपनाएं आयुर्वेद की शक्ति

किडनी स्टोन की समस्या जितनी गंभीर है, उसका इलाज भी उतना ही आवश्यक है। यदि आप बिना सर्जरी और दवाइयों के इससे राहत पाना चाहते हैं, तो Natural Relief For Kidney Stones के लिए पथरचट्टा एक बेहतरीन विकल्प हो सकता है।

नियमित सेवन, पर्याप्त पानी, संतुलित आहार और समय पर चिकित्सकीय सलाह – यही है सही रास्ता इस दर्दनाक समस्या से हमेशा के लिए छुटकारा पाने का।

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