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Empaths and Anxiety | क्या अत्यधिक सहानुभूति से जुड़ी है चिंता?

Empaths and Anxiety का आपस में गहरा संबंध है। अत्यधिक सहानुभूति (Empathy) रखने वाले व्यक्ति अक्सर दूसरों की भावनाओं को इस कदर महसूस करते हैं कि वह उनकी अपनी भावनाओं में बदल जाती हैं। यह लेख allwellhealthorganic टीम द्वारा इस विषय पर गहन शोध और विश्लेषण के आधार पर तैयार किया गया है, जिससे आप समझ सकें कि कैसे Empaths के भीतर Anxiety विकसित होती है, और उससे निपटने के प्रभावी उपाय क्या हैं।

Empaths कौन होते हैं?

सहानुभूति (Empathy) क्या है?

Empathy एक सामाजिक और भावनात्मक प्रतिक्रिया है जिसके द्वारा आप किसी अन्य व्यक्ति की भावनाओं को समझ सकते हैं और उन्हें महसूस कर सकते हैं। यह क्षमता हमारे अनुभव, रिश्तों, और परवरिश के आधार पर विकसित होती है।

  • कुछ लोग सामान्य सहानुभूति रखते हैं, जबकि कुछ “Empaths” होते हैं — यानी वे लोग जो दूसरों की भावनाओं को इस हद तक महसूस करते हैं कि वे उन्हें अपनी भावनाओं की तरह अनुभव करते हैं।
  • Empaths का दिल बहुत संवेदनशील होता है और वे दूसरों के दुख-सुख को गहराई से महसूस करते हैं।

Empaths और General Anxiety के बीच संबंध

क्या कहती हैं रिसर्च?

2018 में एक अध्ययन के अनुसार, affective empathy (यानी दूसरों की भावनाओं को महसूस करना) और Anxiety के बीच सकारात्मक संबंध पाया गया। इसका मतलब है कि जैसे-जैसे सहानुभूति बढ़ती है, चिंता भी बढ़ सकती है।

उदाहरण:

  • अगर आपका मित्र दुखी है, तो आप न केवल उसकी चिंता को समझते हैं, बल्कि उसे खुद भी महसूस करते हैं।
  • इस प्रक्रिया में, अगर आप उसकी मदद नहीं कर पाते, तो आपको अपराधबोध (guilt) महसूस हो सकता है, जो आगे चलकर Anxiety का कारण बन सकता है।

Empaths और Social Anxiety का संबंध

Cognitive Empathy vs Affective Empathy

  • Cognitive Empathy: समझना कि दूसरा व्यक्ति कैसा महसूस कर रहा है।
  • Affective Empathy: वास्तव में वैसा ही महसूस करना जैसा दूसरा व्यक्ति महसूस कर रहा हो।

2018 के एक अन्य अध्ययन में यह पाया गया कि:

  • जिन व्यक्तियों में low cognitive empathy और high affective empathy थी, उनमें Social Anxiety अधिक पाई गई।
  • उन्हें यह तो महसूस होता था कि सामने वाला व्यक्ति दुखी है, लेकिन क्यों दुखी है — यह समझना कठिन था।
  • नतीजतन, सामाजिक संपर्क से डर लगने लगता है।

कैसे बनता है Empathy से Anxiety का चक्र?

  1. दूसरों की नकारात्मक भावनाओं को खुद में समाहित करना
  2. खुद को दोषी मानना कि आप कुछ कर नहीं पा रहे
  3. बार-बार उन्हीं विचारों को दोहराना (Rumination)
  4. रिश्तों में तनाव
  5. अंततः Social Withdrawal और General Anxiety

Empaths and Anxiety से निपटने के उपाय

Mindful Acceptance अपनाएं

अभ्यास करें:

  • गहरी साँस लें और वर्तमान में खुद को केंद्रित करें।
  • स्वीकार करें कि आप दूसरों की पीड़ा महसूस कर रहे हैं।
  • खुद से कहें: “उनकी पीड़ा को खुद में समाहित करना, उन्हें बेहतर नहीं बनाएगा।”
  • फिर गहराई से साँस छोड़ते हुए कल्पना करें कि वो नकारात्मक ऊर्जा आपके शरीर से बाहर निकल रही है।

ध्यान रखें: सहानुभूति और करुणा (Compassion) में अंतर है। जब आप mindful रहते हैं, तो आप सहानुभूति से करुणा की ओर बढ़ते हैं – जिससे आप सक्रिय रूप से मदद कर सकते हैं।

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अपनी सीमाएं निर्धारित करें

Empaths के लिए “Emotional Boundaries” बनाना आवश्यक है।

सुझाव:

  • जिन लोगों के साथ समय बिताने से थकावट महसूस होती है, उनसे दूरी बनाएं।
  • Social media और news से ब्रेक लें।
  • आराम, नींद और अकेले समय को प्राथमिकता दें।

allwellhealthorganic की सलाह: “Emotional exhaustion” को रोकने के लिए नियमित self-care अभ्यास अपनाएं।

Rumination से बचें

Rumination यानी बार-बार एक ही बात को सोचना – Anxiety को बढ़ावा देता है।

रोकथाम के उपाय:

  • Journaling करें – अपनी भावनाओं को लिखें।
  • ध्यान (Meditation) और श्वसन (Breathing) तकनीकें अपनाएं।
  • खुद को याद दिलाएं कि हर समस्या का समाधान आपके सोचने से नहीं, आपके एक्शन से होगा।

कब पेशेवर मदद लें?

अगर आपकी Empathy, आपकी दैनिक ज़िंदगी में बाधा बनने लगे:

  • रिश्तों में खटास आने लगे
  • नींद प्रभावित हो रही हो
  • आप बार-बार रोने लगें या चिंता से टूट जाएं

तो यह समय है एक मानसिक स्वास्थ्य विशेषज्ञ (Therapist) से संपर्क करने का।

Therapy कैसे मदद करता है?

  • आपकी भावनात्मक सीमाओं को समझने में मदद करता है
  • Empathy और Anxiety के बीच के पैटर्न को पहचानता है
  • नए coping skills सिखाता है – जैसे self-regulation, mindfulness आदि

allwellhealthorganic के अनुसार, समय पर सही थेरेपी लेने से Empaths जीवन में संतुलन और आत्म-नियंत्रण सीख सकते हैं।

Empaths होने के फायदे भी हैं

  • मजबूत रिश्ते बनाना
  • दूसरों की मदद करने की गहरी भावना
  • समाज में सकारात्मक योगदान

लेकिन इन फायदों को Anxiety से प्रभावित होने से बचाने के लिए भावनात्मक बुद्धिमत्ता (Emotional Intelligence) और आत्म-जागरूकता (Self-awareness) जरूरी है।

निष्कर्ष – Empaths and Anxiety का संतुलन कैसे रखें?

Empathy कोई कमजोरी नहीं – यह एक उपहार है। लेकिन अगर इस उपहार के साथ Self-care और Boundaries ना जोड़ी जाएं, तो यह चिंता का कारण बन सकता है।

अंतिम सुझाव:

  • अपनी भावनाओं को पहचाने, स्वीकारें, और उन्हें नियंत्रित करें
  • दूसरों की मदद करते हुए खुद को न भूलें
  • Mindfulness, Meditation और Journaling जैसे साधनों को अपनाएं
  • जब ज़रूरत हो, तो बिना हिचक मदद लें

Disclaimer:
Allwellhealthorganic.com पर दी गई सामग्री केवल जानकारी के उद्देश्यों के लिए है और यह professional medical advice का विकल्प नहीं है। किसी भी स्वास्थ्य संबंधी चिंता के लिए या किसी नए treatment को शुरू करने से पहले हमेशा एक healthcare provider से सलाह लें। कृपया किसी भी health-related decision लेने से पहले या यदि आपके स्वास्थ्य को लेकर कोई चिंता है, तो एक healthcare professional से सलाह लें। Allwellhealthorganic.com प्रदान की गई जानकारी के आधार पर लिए गए किसी भी कार्रवाई के लिए जिम्मेदार नहीं है।

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